Thursday, August 16, 2018

घाव जल्दी भरने के उपाय और घरेलू इलाज

जख्म ठीक करने के लिए हम घरेलू नुस्खे और देसी उपायों से उपचार कर सकते है। ये तरीके अंग्रेजी दवाओं के मुकाबले सस्ते और किफायती है। इन उपायों से पुराना घाव तक सूखने और उनके दाग/निशान भी मिटाने में मदद मिलती है।

1. घाव की दवा हल्दी और गोमूत्र
हल्दी का प्रयोग घाव भरने में बहुत असरदार साबित होता है। हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होने के कारण इन्फेक्शन और साइड इफ़ेक्ट से बचने में मदद मिलती है |

गोमूत्र का प्रयोग घाव को साफ़ करने के लिए करे। ऐसा करने से घाव जल्द भर जाता है और दर्द में भी आराम मिलता है ऐसा करने के बाद हल्दी का लेप लगाये |

2. शहद से घाव कैसे भरे
शहद बहुत ही गुणकारी औषधि है जिसका उपयोग पुराने समय से ही बहुत से रोगों में किया जाता है। शहद में एंटी बेक्टरीअल तत्व होते है जो घाव को बेक्टेरिया से बचाने में मदद करते है। यदि घाव हल्का हो तो उसे साफ़ करने के बाद शहद लगाकर उसपर पट्टी बांध दे ऐसा करने से घाव सूखने में कम वक्त लगता है।

स्किन की सूजन दूर करने में भी शहद बहुत कारगर है शहद लगाने से सूजन से राहत मिलती है।

3. चोट लगने पर उपचार करे आईस पैक से
यदि घाव पर सूजन कम होने का नाम नहीं ले रही तो आईस पैक का प्रयोग बहुत कारगर तरीका है। आईस पैक के उपयोग से खून का बहना तो कम होता है बल्कि दर्द में भी राहत मिलती है इससे घाव भी जल्द भरने लगता है।
आईस पैक का प्रयोग बहुत ध्यान से करना चाहिए। इसका प्रयोग खुले और इन्फेक्टेड घावों पर नहीं करना और ना ही सीधे तौर पर त्वचा पर लगाये।

यदि आपके पास आइस पैक उपलब्ध नहीं है तो आप एक टॉवल ले, उसे बर्फ वाले बॉक्स में लगभग दस से पन्द्रह मिनट के लिए रखे और फिर इसके बाद किसी अन्य चीज़ पर अच्छे से लपेट कर घाव वाली जगह पर प्रयोग करे।

4. जख्म का देसी इलाज है एलोवेरा
एलोवेरा का प्रयोग घाव को ठीक करने के लिए बहुत लाभदायक है यदि घाव अधिक गहरा न हो तो अलोवेरा के पत्तों का उपयोग हम घाव पर कर सकते है। इस से सुजन में भी आराम मिलता है और घाव जल्दी ठीक हो जाता है।
एलोवेरा का प्रयोग ना करे यदि घाव अधिक गहरा हो।
अलोवेरा के प्रयोग से वैसे तो साइड इफ़ेक्ट या एलर्जी नहीं होती परन्तु अगर इसके प्रयोग से घाव का रंग लाल हो जाये तो डाक्टर से सम्पर्क करे। जलने और कटी हुई स्किन पर जल्दी आराम पाने के लिए अलोवेरा का रस बहुत फायदेमंद है।

5. सिरका से जख्म के उपाय
जख्म के उपचार में सिरका का प्रयोग भी बहुत महत्वपूर्ण उपायों में से एक है अगर स्किन जल गयी है या कट गयी है रुई पर सिरके की एक से दो बूंद लगाकर घाव वाली जगह पर लगाये ऐसा करने से जलन तो महसूस होगी पर इससे घाव में जल्द ही आराम मिलेगा।

यदि आपको कोई चोट लगी है और जख्म है तो आप दूध को अच्छे से उबालकर उसमें हल्दी डालकर आप पी सकते है।

अश्वगंधा चूर्ण के फायदे और घरेलू उपाय

अश्वगंधा एक प्रकार का पौधा है जिससे पाउडर और कैप्सूल के रूप में कई तरह की आयुर्वेदिक दवाइयां बनाई जाती है, इसके साथ साथ कई घरेलू नुस्खे में इस औषधि का प्रयोग किया जाता है।

1. सफेद पानी (लिकोरिया) की वजह से women के शरीर में कमजोरी आने लगती है और साथ ही प्रजनन क्षमता पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। अश्वगंधा के सेवन से महिलाओं को इस रोग से काफी राहत मिलती है। ब्रेस्ट का साइज़ बढ़ाने के लिए अश्वगंधा शतावरी के साथ ले।

2. पुरुषों के लिए भी अश्वगंधा चूर्ण से होने वाले फायदे अनेक है। इसके सेवन से men की प्रजनन क्षमता बढ़ती है, शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है, शारीरिक थकान, कमजोरी दूर होती है, शरीर में जोश आता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जो लोग अनिद्रा के रोग से परेशान है और गहरी नींद नहीं ले पाते उनके लिए अश्वगंधा एक अचूक दवा है।

3. वजन बढ़ाना है तो इसमें भी अश्वगंधा का सेवन काफी फायदेमंद होता है। अश्वगंधा और शतावरी को मिलाकर इसमें बराबर मात्रा में मिश्री मिलाये और रात को सोने से पहले या कसरत के बाद इसका 1 चम्मच पाउडर खाये और ऊपर से गरम दूध पिए। 1 महीना ये उपाय करने पर weight gain होने लगेगा। जाने वजन कैसे बढ़ाये ।

4. अश्वगंधा से हाइट कैसे बढ़ाये, अगर आपके मन में भी यही सवाल है तो इसका जवाब है हां अश्वगंधा से हाइट बढ़ती है। लम्बाई बढ़ाने के लिए ये रामबाण आयुर्वेदिक मेडिसिन है। 1 गिलास दूध में 1 चम्मच अश्वगंधा चूर्ण मिला कर इसका सेवन करे। ये उपाय 40 से 45 दिन नियमित करने पर हाइट बढ़ाने में मदद मिलती है।

5. हाई ब्लड प्रेशर के उपचार में भी ये काफी फायदेमंद है। हाई बीपी की बीमारी में अश्वगंधा चूर्ण दूध के साथ सेवन करे। इसका सेवन करने से तनाव भी कम होता है। लो बीपी होने पर इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है।

6. फोड़े फुंसी और जख्म ठीक करने के लिए अश्वगंधा के पत्तों को पीस कर घाव पर लगाए।

7. आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए अश्वगंधा, आंवला और मुलेठी को बराबर मात्रा में मिला कर इस पाउडर का 1 चम्मच रोजाना ले।

8. टीबी का देशी इलाज में भी ये दवा काफी फायदा करती है और खांसी भी दूर होती है। इसके उपयोग से बॉडी में आयरन की मात्रा बढ़ती है।

9. कैंसर (cancer) के इलाज में भी ये औषधि काफी उपयोगी है। अश्वगंधा कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोकने का काम करती है।

10. अश्वगंधा कैप्सूल और पाउडर के फायदे, कुछ और रोग भी है जिनके उपाय में अश्वगंधा का उपयोग किया जा सकता है जैसे की वेट लॉस, बॉडी बनाना, गठिया, कफ, अस्थमा, खांसी, स्किन के लिए, बालों के लिए, लिवर के रोग और बॉडी इम्यूनिटी बढ़ाना।

पेट साफ करने की दवा और घरेलू उपाय

1. जल्दी पेट साफ करने के लिए चूर्ण लेना है तो कायम चूर्ण और पेट सफा चूर्ण का सेवन करे। कब्ज से राहत पाने और पेट के रोग दूर करने में ये काफी फायदा करते है। गुनगुने दूध के साथ 1 चम्मच चूर्ण रात को सोने से पहले लेने पर अगली सुबह खुल कर पेट साफ हो जाएगा।

2. मल साफ ना होना की समस्या को दूर करने के लिए त्रिफला चूरन रामबाण दवा है। रोजाना त्रिफला का सेवन करने पर constipation से छुटकारा मिलता है।

3. पेट साफ कैसे करे पतंजलि की दवा में बाबा रामदेव के अनुसार पतंजलि कब्ज चूर्ण, पतंजलि दिव्य शुद्धि चूर्ण और दिव्य गैसहर चूर्ण कुछ ऐसे नाम है जो कब्ज के इलाज में असरदार है।

4. होम्योपैथिक दवा से भी कब्ज के रोग को खत्म करने में मदद मिलती है। Silicea 200 नाम की homeopathic medicine की 3 बूंदे 10 मिनट के अंतराल में दिन में 3 बार ले। .

5. पेट साफ करने की गोली लेनी है तो अंगेजी दवा की जगह आयुर्वेदिक ले। Pet saffa churan और kayam churna टेबलेट के रूप में भी उपलब्ध है। चूर्ण की जगह गोली का सेवन करना थोड़ा आसान होता है। रात को सोने से पहले इसकी 1 गोली ले और अगर कब्ज पुरानी है या गंभीर है तो 2 गोली ले सकते है।

6. छोटी व बड़ी हरड़ 100-100 ग्राम, आंवला 100 ग्राम और बहेड़ा 100 ग्राम ले। अब इन सभी को मिला ले और पीस कर चूर्ण बना ले। जब भी कब्ज की समस्या हो इस चूर्ण का सेवन करे जल्दी राहत मिलेगी।

7. तुरंत पेट साफ करने के लिए एनिमा करना भी एक अच्छा उपाय है। आप घर पर खुद गुनगुने पानी से एनिमा कर सकते है, इससे कुछ ही देर में मल साफ हो जायेगा और पेट हल्का महसूस होगा।

फैटी लीवर का इलाज के घरेलू नुस्खे और उपाय

1. लिवर सिरोसिस (जिगर के संकोचन) में दिन में 2 बार प्याज खाने से फायदा मिलता है।

2. फैटी लीवर का आयुर्वेदिक इलाज , 25 ग्राम आंवले का रस या फिर 4 ग्राम सूखे आंवले का चूर्ण पानी के साथ दिन में 3 बार लेने से 15 से 20 दिनों में जिगर के सभी दोष दूर हो जायेंगे।

3. जिगर के रोग में दोपहर के खाने के बाद लस्सी/छाछ पीना काफी फायदेमंद है। इस घरेलू नुस्खे में छाछ में हींग, नमक, जीरा और काली मिर्च मिलाकर पीना उत्तम है।

4. आधा निम्बू 100 ग्राम पानी में निचोड़कर इसमें नमक डालें और दिन में 2 से 3 बार पिए। इस उपाय से भी जिगर की खराबी का इलाज कर सकते है, ध्यान रहे इस मिश्रण में चीनी मत डाले।

5. फैटी लिवर के उपाय करने में ग्रीन टी का सेवन करना काफी असरदार है। अच्छे परिणाम पाने के लिए आप ग्रीन टी को अपनी डाइट में शामिल करें और ग्रीन टी के एंटीऑक्सीडेंट गुणों का फायदा उठाएं।

6. 200 से 300 ग्राम पके हुए जामुन हर रोज खाली पेट खाने से भी लिवर की खराबी दूर करने में मदद मिलती है।

7. विटामिन सी फैटी लिवर का घरेलू इलाज है। बेहतर परिणाम के लिए खाली पेट नींबू और संतरे का जूस पीएं।

8. करेला स्वाद में भले ही कड़वा होता है पर फैटी लिवर के अचूक उपचार के लिए मददगार है। जल्दी ठीक होने के लिए हर रोज 1 या 1/2 कप सब्जी करेले की खाएं या फिर करेले का जूस बना कर पिए।

9. आप अगर फैटी लिवर से प्रभावित हैं तो कच्चा टमाटर को अपने आहार में शामिल करे। अच्छे परिणाम पाने के लिए नियमित इसका सेवन करना चाहिए।

10. लीवर का उपचार के लिए फैट फ्री डाइट ले, अगर आप सोचते हैं की डाइट से फैट घटाने के लिए भूखा रहना पड़ेगा तो ये गलत हैं। भूखा रहना लीवर के लिए हानिकारक है, इससे फैटी लिवर की आशंका और भी बढ़ जाएगी। लीवर को स्वस्थ रखने के उपाय के लिए आहार में जूस और फल लें और पानी अधिक मात्रा में पीएं।