Wednesday, April 25, 2018

पसली के दर्द में :-

* चंद्रामृत रस 4 रत्ती + श्रृंग भस्म  1½रत्ती + नौसादर 1½ रत्ती + मल्लसिंदूर 1 रत्ती ले सबको एकसार कर मिला इसकी 4
बराबर - बराबर वजन की पुड़ियां बना लें !1 - 1 पुड़िया 4 - 4 घंटे पर दें !
यह पसली के दर्द ( पार्श्वशूल ) का सफल अनुभूत नुस्खा है !
 

निमोनिया की अवस्था में यह योगमिश्रण  कफ को द्रव करके निकालता है !
इससे हृदय की वेदना कम हो जाती है !

पसली के दर्द में :-

* सिंगरफ 3 ग्राम + जायफल + लौंग +जावित्री सभी 6 - 6 ग्राम
मोम 12 ग्राम व देशी घी 60 ग्राम !
पहले सिंगरफ को खूब घोंटें फिर लौंग -जावित्री - जायफल को महीन पीस कर रख लें ! उसके बाद घी गर्म करके उसमें मोम मिला दें !
जब दोनों घुल जाएँ तब उतार उक्तपिसी हुई औषधियों को डाल खूब
मिला दें !
ठंडा होने पर यह वैसलीन के समान मलहम
बन जाता है !
बच्चों बड़ों को तीव्र पसली के दर्द में
हल्का गर्म करके लगाने से तुरंत दर्द बंद
हो जाता है.

यह शत - प्रतिशत सफल अनुभूत योग है !

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